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दुखद घटना होगी ,यदि पतंजलि योगपीठ बिखर गया- चिंता का विषय

हिन्दुस्तान
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गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज जिनकी बीमारी का इलाज एलोपैथी में जड़ से ख़त्म करने का है ही नहीं और आज आयुर्वेद पर निर्भरता ज्यादा बाद गई है। बहुत से मरीज आज पतंजलि योगपीठ पर निर्भर हैं । जो नियमित आयुर्वेदिक दवाइयां प्रयोग कर रहे है यदि किसी भी राजनैतिक कारण से योगपीठ बंद होता है तो हज्जारों लोगों को गंभीर संकट का सामना करना पड़ सकता है। जिनकी बीमारियाँ अंतिम चरण में है उनके लिए तो मरने जैसी स्थित उत्पन्न हो जाएगी । और ये सब शायद इन भ्रस्ट कांग्रेस सरकार की वजह से हो, जो विदेशी एलोपैथी साम्राज्य के दबाव में कार्य कर रही है उनके लिए शायद अच्छा मौका है भारतीय आयुर्वेदिक संस्कृत को उखाड़ फेकने का जिससे उनको भारतीय बाजार में पैर जमाये रखने का मजबूत जमीन मिल सके ।
पहले भी कांग्रेस व वाममोर्चा मिलकर ऐसी कोशिश कर चुके है लेकिन तब उनके पास कोई बहाना नहीं था । शायद बाबा रामदेव जी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाकर बहुत बड़ी गलती कर दी है और बाबा जी की गलती की सजा उन मरीजो को मिले जो पतंजलि योग पीठ में निशुल्क इलाज करा रहे हैं । जहाँ अमीरों के donation से गरीबों का इलाज होता है ।
अमीरों के donation देने से कांग्रस को बहुत परेशानी हो रही है यही donation यदि पार्टी कोष के लिए दिया जाये तो कांग्रेस को बहुत ख़ुशी होगी ।
हम वापस अपनी बात पर आते हैं आचार्य बालकृष्ण जी जिन्होंने नेपाली होकर भारत के लिए ,भारत की जनता की बीमारी के लिए अपना घर छोड़ दिया भारत वंशी हो गए , ये निरीह कांग्रेसी उनके पीछे पड़ गए , फ़र्जी पासपोर्ट पर कितने आतंकवादी भारत आते जाते रहते हैं उनको तो पकड़ नहीं पाते और जिनका पास पोर्ट भारत सरकार के कर्मचारियों ने बनाया जिसकी एक पूरी जाँच प्रक्रिया होती है न जाने कितने बार विदेश यात्रा कर चुके तब किसी चेक पोस्ट पर नहीं पकडे गए तब वह फ़र्जी नहीं था , अब उनकी डिग्री भी फ़र्जी हो गयी जबकि प्रधानाचार्य कह रहे है हमारे कालेज से ही आचार्य बालकृष्ण जी ने डिग्री प्राप्त की है उनकी बातों पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं, सी बी आई उनकी तलाश कर रही है कह रही है कहीं छुप गए हैं यदि मिल जाये तो कंही उतर प्रदेश के डाक्टर सचान जैसी हालत हो सकती है , सरकार कुछ भी कर सकती है ।
लोगों को आवाज उठाने की जरूरत है , एक दूसरे से संपर्क करने की जरूरत है लोगों से चर्चा करे उन्हें बताये की भारतीय संस्कृत के लिए आवाज उठाने वाले , भारत की बात करने वाले , भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वाले , भारत का पेट भरने वाले किसानो , मजदूरों , व सच्चे भारतीय के साथ कैसे बलात्कार हो रहा है । यह कैसे रुकेगा, कल हम सब की बारी भी आयेगी , या फिर इंतज़ार करो……?

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